Priyanka06

Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता -27-Jul-2022 सावन का मास आया

रचयिता-प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक-सावन का मास आया

सावन का मास आया,
नर नारी का मन हर्षाया,
बहू बेटी का त्यौहार लाया,
चारों तरफ हरियाली छाया।

सावन का मास आया।।

बागा मा हो रही सुंदरता,
पेड़ पत्तियों में हो रही प्रसन्नता,
डाल डाल पर शोभ रहे हैं झूला,
रेशम की डोरी लकड़ी का पाटला।

सावन का मास आया।।

झूला झूल रही आत्माजा,
सावन का गीत गाया,
प्रकृति का मन हर्षाया,
डाल-डाल इतराया।

सावन का मास आया।।

आया है तीज- सिंधारा,
भाई घर पर आया,
घेवर संग में लाया,
खुश हो रही थी बहना।

सावन का मास आया।।

आया है सोलह श्रृंगार लेकर,
प्रियतम का हाथ पकड़कर चली संग,
मन में उठी प्रेम की तरंग,
दिल हो गया हरण।

सावन का मास आया।।


प्रियतम बहुत शरमाई,
पति के साथ हिचकोले खाई,
अंतर्मन भावना हर्षायी,
दोनों के प्यार की गहरी डोर बंधी।

सावन का मास आया।।

   26
16 Comments

Khan

28-Jul-2022 11:51 PM

😊😊

Reply

Rahman

28-Jul-2022 10:47 PM

👌👌👌

Reply

Saba Rahman

28-Jul-2022 09:16 PM

Nice

Reply